PM मोदी ने मन की बात में किया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार, 27 जुलाई को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 124वें एपिसोड में देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने विज्ञान, आत्मनिर्भर भारत, ऐतिहासिक विरासत, शिक्षा और स्वच्छता जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। आइए जानते हैं ‘मन की बात’ की 10 प्रमुख बातें:
1. चंद्रयान-3 की सफलता से विज्ञान में बढ़ा उत्साह
पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद देश में विज्ञान को लेकर नई ऊर्जा और बच्चों में वैज्ञानिक सोच की जागरूकता बढ़ी है।
2. भारतीय छात्रों की अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां
इंटरनेशनल केमिस्ट्री ओलंपियाड और इंटरनेशनल मैथेमेटिक्स ओलंपियाड में भारतीय छात्रों ने मेडल जीतकर देश को गौरवान्वित किया है।
3. भारत के 12 किलों को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज मान्यता
पीएम ने बताया कि यूनेस्को ने भारत के 12 ऐतिहासिक किलों को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में शामिल किया है, जो हमारे समृद्ध इतिहास के प्रतीक हैं।
4. किले केवल संरचनाएं नहीं, हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन किलों की यात्रा करें और भारत के गौरवशाली अतीत को जानें।
5. आज़ादी बलिदानों और तपस्या से मिली
प्रधानमंत्री ने आजादी के आंदोलन में शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि उनकी विरासत को संभालें।
6. ‘वोकल फॉर लोकल’ है आत्मनिर्भर भारत की रीढ़
उन्होंने फिर से ‘वोकल फॉर लोकल’ पर ज़ोर देते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत की नींव स्थानीय उत्पादों के उपयोग और समर्थन पर आधारित है।
7. ‘ज्ञान भारतम् मिशन’ की शुरुआत
पीएम मोदी ने बजट 2025 में घोषित ‘ज्ञान भारतम् मिशन’ का ज़िक्र करते हुए बताया कि इस मिशन के तहत प्राचीन पांडुलिपियों का डिजिटलीकरण कर एक राष्ट्रीय डिजिटल भंडार बनाया जाएगा।
8. काजीरंगा में मिलीं 40 नई पक्षी प्रजातियां
उन्होंने बताया कि असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में विज्ञान की मदद से बिना पक्षियों को परेशान किए, 40 नई पक्षी प्रजातियों की पहचान की गई है।
9. वर्ल्ड पुलिस एंड फायर गेम्स में भारत की शानदार उपलब्धि
भारत ने इस प्रतियोगिता में 600 मेडल जीतकर 71 देशों में टॉप-3 में अपनी जगह बनाई।
10. स्वच्छ भारत मिशन की स्थायी सफलता
स्वच्छ भारत मिशन के 11 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने लोगों की भागीदारी की सराहना की और कहा कि यह केवल एक अभियान नहीं, बल्कि अब लोगों का दायित्व बन चुका है।
प्रधानमंत्री का यह संबोधन न केवल देश की उपलब्धियों का बखान था, बल्कि आने वाले भविष्य की दिशा और ऊर्जा का संदेश भी था।
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Author: haryanadhakadnews
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