धाकड न्यूज: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाकिस्तान के बढ़े तनाव के बीच 23 अप्रैल को फिरोजपुर बॉर्डर से गलती से बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साहू पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो गए थे। पाकिस्तान ने बुधवार सुबह अटारी सीमा पर भारत को सौंप दिया। इस तरह तीन हफ्तों की प्रतीक्षा व कूटनीतिक प्रयासों के बाद आखिरकार पूर्णम कुमार साहू की वतन वापसी हो गई। डीजीएमओ लेवल पर बातचीत के बाद करीब 21 दिन बाद छोड़ा गया है। अटारी सीमा पर आने के बाद जवान को मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया है। मेडिकल जांच के बाद उनसे पूछताछ होगी और उसके बाद उनकों घर जाने दिए जाएगा।
बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार को पाकिस्तानी रेंजर्स के हिरासत में लेने की घटना के बाद बीएसएफ ने कई बार फ्लैग मीटिंग कर पाकिस्तान से जवान की रिहाई की मांग की थी लेकिन कोई सफलता नहीं मिली है। जवान की पत्नी रजनी साहू ने भी हाल ही में चंडीगढ़ जाकर बीएसएफ अधिकारियों से मुलाकात की थी। वे भावुक होकर कहती हैं, “मैं बस इतना जानना चाहती हूं कि मेरे पति सुरक्षित हैं या नहीं। अधिकारी सिर्फ ये कहते हैं कि चिंता न करें, लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं दे रहे।” रजनी ने स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों के बावजूद चंडीगढ़ की यात्रा की, लेकिन फिरोजपुर जाने की अनुमति नहीं मिलने पर उन्हें वापस भेज दिया गया।

जवान के माता-पिता ने केंद्र सरकार से बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए की थी अपील
पीके साहू के माता और पिता ने भी भारत की केंद्र सरकार से अपील की थी कि उनके बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। उनकी मां ने कहा, “हर पल चिंता में बीत रहा है। हम सरकार और बीएसएफ से बस यही चाहते हैं कि हमारा बेटा सही-सलामत लौट आए। बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार साहू की पत्नी रजनी ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों के दौरे के दौरान उन्हें बताया गया कि उनके पति सुरक्षित हैं और उन्हें किसी तरह की यातना नहीं दी गई है। उन्हें यह भी बताया गया कि मामले को लेकर फ्लैग मीटिंग की जा रही है। रजनी ने बताया, “मुझे बताया गया है कि अगर वह एक हफ्ते में वापस नहीं लौटे तो मुझे दिल्ली ले जाया जाएगा ताकि वहां बीएसएफ के आईजी से बात की जा सके।” उन्होंने कहा, “हमारी आखिरी उम्मीद भगवान है। हम उनकी सुरक्षित वापसी के लिए दिन-रात प्रार्थना कर रहे हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि, ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़े तनाव के बीच 23 अप्रैल को गलती से पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो गए हैं। उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था। पीके साहू, जो पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिशरा के रहने वाले हैं, पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात थे। वे नियमित ड्यूटी के दौरान सीमांत खेतों के पास थे और स्थानीय किसानों के बीच एक पेड़ की छांव में थोड़ी देर बैठने के इरादे से आगे बढ़े। उसी दौरान अनजाने में सीमा पार कर गए।
For More Latest News: https://haryanadhakadnews.com
ये खबरें भी पढ़ें: रविवार को हिरासत में लिए गए 39 बांग्लादेशियों को किया बॉर्डर के लिए रवाना, सभी का हुआ मेडिकल चेकअप
10वीं पास यमुनानगर के धर्मबीर कंबोज की बनाई मशीन 18 देशों में फूड प्रोसेसिंग में हो रही इस्तेमाल
Whatsapp chanel Join Link: https://whatsapp.com/channel/0029Vb5yUhVJUM2bfKGvpB12

Author: haryanadhakadnews
MY LOGIN