धाकड़ न्यूज : प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा पहले भी यह बात कहते रहें हैं कि अब सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर और विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाओं को पहले ज्यादा बेहतर और प्रभावी बना दिया गया है। इसलिए गरीब परिवार वाले लोग सरकारी स्कूलों में भी अपने बच्चों को पढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जीरो ड्रॉप आउट के साथ विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने का लक्ष्य लेकर बढ़ रही है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कई बार अपने भाषण में कहा है कि सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या घट रही है। यह चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा था कि जिन सरकारी स्कूलों मेंं विद्यार्थियों की संख्या कम हो रही है वहां के अध्यापकों चेतावनी दी जाती है कि यदि नामांकन में नहीं हो पाया तो उनके ट्रांसफर वहां कर दिए जाएंगे जहां काम अधिक होगा। ज्यादातर ऐसी स्थिति वहां देखने को मिल रही है जहां पर शिक्षक दस साल या इससे ज्यादा से एक जगह पर हैं।
21 अप्रैल तक दे दी जाएंगी मुफ्त किताबें 
प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि हरियाणा राज्य सरकार का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षक के स्तर में और अधिक सुधार लाना व विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा की सुविधा उपलब्ध करवाना है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पहले से बेहतर हुई है और इसका लॉक विद्यार्थियों को भी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम आरटीई के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहले सी आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों की वर्दी के पैसे उनके बैंक खातों में अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह तक डाल दिए जाएंगे। इन विद्यार्थियों को 21 अप्रैल तक मुफ्त किताबें भी दे दी जाएगी।
Author: haryanadhakadnews
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