नई दिल्ली: मानसून सत्र का पांचवां दिन भी हंगामेदार, विपक्ष के विरोध के चलते दोनों सदन सोमवार तक स्थगित
संसद के मानसून सत्र का पांचवां दिन भी विपक्ष के तीखे विरोध और हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष की मांगों के कारण संसद की कार्यवाही सामान्य रूप से नहीं चल सकी, जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई है। प्रमुख विपक्षी दल बिहार में वोटर लिस्ट के विशेष गहन संशोधन अभियान (SIR) को लेकर लगातार सरकार पर हमलावर हैं और इस पर विस्तृत चर्चा की मांग कर रहे हैं।
वोटर लिस्ट संशोधन पर विपक्ष का आरोप
विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग द्वारा शुरू किया गया यह संशोधन अभियान दलितों, आदिवासियों और गरीब तबकों के वोटिंग अधिकारों को प्रभावित करने की साजिश है। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले इस मुद्दे ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है और विपक्ष इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बता रहा है।
SIR मुद्दे पर विपक्ष का प्रदर्शन
शुक्रवार को विपक्षी सांसदों ने SIR के विरोध में संसद भवन परिसर में प्रदर्शन मार्च निकाला। इस मार्च में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई विपक्षी नेता शामिल हुए। इससे पहले गुरुवार को भी कांग्रेस सांसदों ने संसद के मकर द्वार पर प्रदर्शन किया था, जिसमें सोनिया गांधी भी मौजूद रहीं। प्रियंका गांधी ने प्रदर्शन के दौरान ‘खतरे में लोकतंत्र’ लिखे पोस्टर के साथ केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
अन्य मुद्दों पर भी विपक्ष की मांगें
विपक्ष केवल बिहार वोटर लिस्ट पर ही नहीं, बल्कि पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बयान की मांग कर रहा है। लगातार चार दिनों से जारी हंगामे के कारण सदनों में किसी भी मुद्दे पर सार्थक चर्चा नहीं हो सकी है।
चुनाव आयोग और सरकार की सफाई
वहीं, सरकार और चुनाव आयोग का कहना है कि SIR अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध और पारदर्शी बनाना है। आयोग ने इसे अवैध और डुप्लिकेट वोटर्स को हटाने की वैधानिक प्रक्रिया करार दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर पर 28 जुलाई को बहस संभव
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के लिए अपनी सहमति दे दी है। यह मुद्दा 28 जुलाई को लोकसभा में बहस के लिए आ सकता है। हालांकि, बिहार वोटर लिस्ट को लेकर सरकार अभी चर्चा के मूड में नहीं दिख रही है, जिससे विपक्ष की नाराजगी और बढ़ गई है।
विपक्ष की रणनीति और संसद का गतिरोध
विपक्षी सांसदों ने संसद में स्थगन प्रस्ताव और नियम 267 के तहत नोटिस देकर कई बार इन विषयों पर चर्चा की मांग की है, लेकिन लगातार हो रहे शोर-शराबे और नारेबाजी के कारण कार्यवाही बार-बार बाधित हो रही है। संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ था, लेकिन अब तक इसका अधिकांश समय विवाद और हंगामे में ही बीता है।
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‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अगले हफ्ते सदन में होगी 16 घंटे की मैराथन बहस

Author: haryanadhakadnews
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