भाषा विवाद को लेकर MNS का प्रदर्शन तेज। मीरा रोड में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) द्वारा किए गए मराठी स्वाभिमान मोर्चा को लेकर विवाद खड़ा हो गया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे MNS के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है।
MNS ने आज मीरा रोड क्षेत्र में “मराठी स्वाभिमान मोर्चा” निकालने का ऐलान किया था। हालांकि, पुलिस से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद कार्यकर्ता छोटे-छोटे समूहों में सड़क पर उतर आए। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया।
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दी सफाई
इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह कहना गलत होगा कि पुलिस ने मोर्चे की अनुमति नहीं दी। उन्होंने बताया कि आयोजकों ने एक बैठक की अनुमति मांगी थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। लेकिन जब वे एक विशेष मार्ग से विरोध मार्च निकालना चाहते थे, तब पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग का सुझाव दिया, जिसे MNS ने अस्वीकार कर दिया।
फडणवीस ने कहा, “यह कहना कि अनुमति नहीं दी गई, पूरी तरह गलत है। पुलिस ने केवल सुरक्षा कारणों से मार्ग बदलने को कहा था।”
Mumbai | On MNS’ counter protest against Mira Road traders over language row, Maharashtra CM Devendra Fadnavis says, ” It would be wrong to say that we did not permit the protest at Mira Road. I have spoken to the commissioner, who told me that the Police did not refuse… pic.twitter.com/wivqadQJ5t
— ANI (@ANI) July 8, 2025
शिंदे गुट के मंत्री का कड़ा विरोध
शिवसेना (शिंदे गुट) के मंत्री प्रताप सरनाईक ने भी इस मुद्दे पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “पुलिस एक पार्टी (BJP) के इशारे पर काम न करे। अगर गुजराती और मारवाड़ी व्यापारियों को प्रदर्शन की अनुमति दी जा सकती है, तो मराठी मोर्चे को क्यों नहीं?”
उन्होंने स्पष्ट किया कि वे पहले मराठी हैं, बाद में मंत्री, और इस विषय पर वे मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे।
एनसीपी (एसपी) विधायक रोहित पवार का भाजपा पर आरोप
एनसीपी (SP) के विधायक रोहित पवार ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा मराठी और गैर-मराठी के बीच विभाजन पैदा कर रही है।
रोहित पवार बोले, “पहले हिंदू-मुस्लिम के बीच दरार पैदा की गई और अब मराठी बनाम गैर-मराठी की सियासत हो रही है। यह सब आगामी बिहार और बीएमसी चुनावों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। भाजपा हर मुद्दे को क्षेत्रीय और सांस्कृतिक रंग देकर अपना फायदा देख रही है।”
निष्कर्ष: महाराष्ट्र में भाषा की सियासत फिर गरमाई
मीरा रोड पर MNS के मराठी स्वाभिमान मोर्चा को लेकर उठे विवाद ने महाराष्ट्र की सियासत को फिर गर्मा दिया है। मराठी बनाम गैर-मराठी की बहस में राजनीतिक दलों के तेवर तीखे हो गए हैं। आने वाले दिनों में यह मुद्दा महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकता है।
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Author: haryanadhakadnews
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