धाकड़ न्यूज, कुरुक्षेत्र: हरियाणा सरकार द्वारा लागू सीड्स व पेस्टीसाइड्स एक्ट 2025 के विरोध में रविवार को कुरुक्षेत्र की सैनी समाज धर्मशाला में राज्य स्तरीय बीज उत्पादक, पेस्टीसाइड्स निर्माता व विक्रेता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में प्रदेशभर से 5 हजार से अधिक बीज उत्पादकों, पेस्टीसाइड्स निर्माताओं व विक्रेताओं ने भाग लेते हुए सरकार द्वारा बनाए गए इस कानून का विरोध किया और इस नए कानून को वापिस लेने की मांग की। सम्मेलन में अगले 7 दिन तक प्रदेश स्तरीय हड़ताल करने की घोषणा की गई। साथ ही सरकार से बातचीत कर इस समस्या का हल निकालने के लिए 23 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया।
हरियाणा सीड्स प्रोड्यूसर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष पाल सिंह धालीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सम्मेलन में सभी लोगों ने मिलकर हरियाणा सरकार द्वारा लागू किए गए इस नए कानून के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाई। सभी ने कहा कि इस कानून में व्यापारियों के खिलाफ असंगत धाराएं लगाई गई हैं, जिससे किसी भी आदमी का इस व्यापार में रहना संभव नहीं है।
सम्मेलन की अध्यक्षता अश्विनी कुमार गर्ग हिसार द्वारा की गई।

डीलर एसोसिएशन के प्रधान हरमेश सिंह सिरसा ने कहा कि पूरे प्रदेश में पिछले कई दिनों से तहसील व जिला स्तर पर व मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करके इस मसले पर सरकार से गुहार लगाई गई परंतु कोई सुनवाई न होने पर इस सम्मेलन में पूरे ध्वनिमत से अगले 7 दिन के लिए सारे बीज, पेस्टीसाइड व खाद विक्रेताओं ने अपनी दुकानें बंद रखने व बीज, पेस्टीसाइड निर्माताओं ने अनिश्चितकाल तक हरियाणा में सप्लाई बंद करने का निर्णय लिया। सम्मेलन में यह भी निर्णय लिया गया कि अगर अगले 7 दिन में इस मामले में कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया तो इस व्यापार को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर किया जाएगा।
7 दिन की हड़ताल, 23 सदस्यीय कमेटी का गठन
सम्मेलन में सभी ने एकजुट होकर जहां अगले 7 दिन दुकानें बंद करने की घोषणा की, वहीं सरकार द्वारा उनकी मांगे न जाने के विरोध इस हड़ताल को अनिश्चितकालीन हड़ताल में परिवर्तित करने का निर्णय भी लिया सम्मेलन में सरकार से बातचीत करने हेतु सर्वसम्मति से 23 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।
कई राज्यों की बड़ी कंपनियों ने किया समर्थन, बढ़ सकती है किसानों की परेशानी
पाल सिंह धालीवाल ने बताया कि इस सम्मेलन को कई राज्यों से सभी बड़ी कंपनियों व बीज, पेस्टीसाइड, फर्टिलाइजर एसोसिएशन से भी भरपूर समर्थन प्राप्त हुआ। उन्होंने भी हरियाणा में बीज व पेस्टीसाइड सप्लाई न करने का निर्णय लिया। गौरतलब है कि जल्द ही खरीफ सीजन की बिजाई शुरू होने को है और अगर सरकार ने इस तरफ कोई ध्यान न दिया तो आने वाले दिनों में यह किसानों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है।

Author: haryanadhakadnews
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