धाकड़ न्यूज: हरियाणा राज्य बिजली विनियामक आयोग ने जनसुनवाई व बिजली निगम की एआरआर की रिपोर्ट आने के बाद बिजली दरों में बढ़ोतरी करने का आदेश दिया है। प्रदेश में बिजली के रेट 2 साल के बाद फिर से बढ़ाए जा रहे हैं। बिजली के रेट में 20 से लेकर 40 पैसे प्रति यूनिट तक बढ़ोतरी की जा रही है। इतना ही नहीं विभिन्न कैटेगरी के लिए बनाए गए अलग-अलग स्लेब में भी कुछ बदलाव किए जा चुके हैं। बिजली के बढ़े रेट एक अप्रैल से लागू हो जाएंगे। वर्तमान में केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2022 23 मुख्यमंत्री रहते हुए 150 यूनिट तक की बिजली खपत पर 25 पैसे प्रति यूनिट रेट बढ़ाए थे।
महंगाई के इसी क्रम में टाेल रेट भी महंगे कर दिए गए हैं। इसमें छोटी गाड़ियों के लिए 5 से लेकर 40 रुपये तक का आना जाना महंगा हो गया है। और बड़े वाहनों के लिए 100 रुपये तक का। आने-जाने के सफर में यदि कोई मासिक पास बनवाता है तो उसके लिए भी रेट बढ़ा दिए गए हैं।
आपके बच्चे का स्कूल मे एडमिशन के बाद स्कूलों की मनमानी जारी है। कुछ स्कूलों ने अपनी कमाई के लिए अपने मनचाहे पब्लिशर की किताबें, मनचाही कॉपी और अपनी मनचाही वर्दी, बच्चों के शूज और बाकी जो भी स्कूल में बच्चों को जरूरत पड़ती है। कुछ बड़े-बड़े ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने कुछ खास पब्लिशरों की किताबों को जरूरी बताकर उन्हें ही लगवाया है। जबकि प्रशासन की तरफ से यह गाइडलाइन जारी हो चुकी है कि सभी एनसीईआरटी की ही पुस्तकें लगवाई जाए लेकिन कुछ स्कूल इस बात को अनदेखा कर रहे हैं। उन्हें प्रशासन की कोई चिंता नहीं है। यहां भी महंगाई की मार आम आदमी पर ही है।
बिजली
उत्तर व दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम से 4520 करोड़ रुपये से अधिक के गेप की भरपाई के लिए हरियाणा राज्य बिजली विनियामक आयोग (एचईआरसी) को प्रदेश में बिजली दरों को बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा है। एचईआरसी द्वारा अगर स्वीकृति प्रदान की जाती है तो हरियाणा में बिजली महंगी हो सकती है। पूर्व की मनोहर सरकार ने अपने करीब दस वर्षों के कार्यकाल में केवल 2022-25 में मात्र 25 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा किया था। यह बढ़ोतरी भी केवल एक ही कैटेगरी में हुई थी। उस समय 0 से 150 यूनिट तक दो रुपये प्रति यूनिट का रेट था।
वर्तमान में यह है स्लैबवार टैरिफ प्लान्र
- कैटेगरी रेट
0 से 50 यूनिट 2.00 रुपये
51-100 2.50 रुपये
0-150 2.50 रुपये
151-250 5.25 रुपये
251-500 6.30 रुपये
501-800 7.10 रुपये
(नोट : 800 यूनिट से अधिक यूनिट का इस्तेमाल होने पर 7 रुपये 10 पैसे प्रति यूनिट फ्लैट रेट होगा) -
नए स्लैब
- 2 किलोवाट तक लोड पर
-
- कैटेगरी रेट
0 से 50 यूनिट 2.20 रुपये
51-100 2.70 रुपये - 5 किलोवाट तक लोड पर
0-150 2.95 रुपये
151-300 5.25 रुपये
301-500 6.45 रुपये
501 से अधिक 7.10 रुपये
- कैटेगरी रेट
पढ़ाई
स्कूल वालों को तो मतलब है सिर्फ और सिर्फ अपने कमीशन अपनी कमाई से। अपनी इस कमाई को बढ़ाने के लिए ही वह कुछ ऐसी ऐसी पुस्तक लगवा रही हैं जिनका एक सेट का खर्चा लगभग 3000-4000 रुपये तक आ रहा है जबकि अगर इसी कक्षा पुस्तकें एनसीईआरटी की ली जाए तो यह 800 से हजार रुपए तक में आ जाती है। इसके अलावा बच्चों की वर्दी लेने के लिए अभिभावकों पर मनचाही दुकान से लेने का दबाव बनाया जाता है। इस कारण अभीभाव को पर इसका अतिरिक्त बोझ पड़ता है लेकिन स्कूलों में दाखिले के लिए उन्हें इस कीमत को मजबूरन चुकाना ही पड़ता है।
टोल
प्रदेश से गुजरता मेन हाइवे एनएच44 यानि की दिल्ली से अमृतसर तक हाइवे इस हाइवे पर आने जाने वालों को लगभग 25 रुपये तक ज्यादा टोल देना पड़ेगा। इसी तरह प्रदेश के 152डी पर नारनौल से अंबाला और नेशनल हाइवे दिल्ली से पटियाला मार्ग पर खटकड़ टोल पर भी 25 रुपये तक रेट बढ़ा दिए गए हैं।
Author: haryanadhakadnews
MY LOGIN




Users Today : 125
Users Yesterday : 144
Users Last 7 days : 1133